खैबर पख्तूनख्वा में 13 और मौतें, बाढ़ में अब तक 59 लोगों की गई जान; मरने वालों में 33 बच्चे
पाकिस्तान इन दिनों कई परेशानियों से जूझ रहा है. पड़ोसी मुल्क में बाढ़ एक बड़ी समस्या है, जिसे लेकर एक अलर्ट जारी किया गया. अधिकारियों के मुताबिक ग्लेशियर के पिघलने के बावजूद सुरक्षा उपाय नहीं करने पर जानहानि होने की चेतावनी दी गई है. पाकिस्तान इन दिनों एक्सट्रीम वेदर, जानहानि, प्रॉपर्टी को नुकसान और खेत का नुकसान की मार झेल रहा है. अधिकारियों का कहना है कि पिछले 5 दिनों में 59 लोगों की मृत्यु हो गई है.
एक्सपर्ट का मानना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से पाकिस्तान अप्रैल महीने में सामान्य से ज्यादा बारिश अनुभव कर रहा है. खैबर पख्तूनख्वा के उत्तर पश्चिम में पहाडों में जलप्रलय देखने को मिल रही है. अथॉरिटी की ओर से ग्लेशियर के पिघलने की वजह से कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है. उनका कहना है कि बाढ़ स्थिति को और खराब कर सकती है. इसलिए किसी भी खतरे से पहले सुरक्षित स्थान पर चले जाएं.
59 लोगों की गई जान
लोकल आपदा प्रबंधन अथॉरिटी मुहम्मद कैसर खान ने कहा, “अगर समय के मुताबिक कदम नहीं उठाए गए तो ये संभावना है कि बाढ़ की स्थिति में जान और संपत्ति का नुकसान हो सकता है.” ताजा आंकडों के मुताबिक बारिश की वजह से प्रांत में पिछले पांच दिनों में 59 लोगों की जानें गई है जिसमें 33 बच्चें भी शामिल हैं. वहीं कम से कम 2876 घरों और 26 स्कूलों को नुकसान हुआ है.
2022 में भयावह स्थिति
बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिम इलाके भी बारिश की वजह से त्रस्त हैं. वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए सीमित संसाधन है लेकिन अगर बारिश जारी रहती है तो मदद के लिए केंद सरकार की ओर देखा जाएगा. इससे पहले साल 2022 में भारी बारिश से नदियां उफान पर आ गई थी वहीं एक समय ऐसा आया कि एक तिहाई हिस्सा डूब गया जिसकी वजह से 1739 लोग मारे गए थे. बाढ़ की वजह से 30 बिलियन डॉलर का भी नुकसान हुआ था. आमतौर पर पाकिस्तान में मानसून सीजन जून में शुरू होता है.