पूर्व मंत्री के करीबी के घर से भारी मात्रा में कैश बरामद, ईडी ने मंगवाई नोट गिनने की बड़ी मशीन, दो सूटकेस बने रहस्य
अमेठी: पूर्व विधायक और मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की करीबी रहीं गुड्डा देवी अरबों की संपत्ति की मालकिन बताई जाती हैं. गुड्डा कभी दाई थीं, लेकिन जब गायत्री सपा से विधायक बने तो उनके दिन भी बदल गए. गुड्डा गायत्री के कारोबार में हिस्सेदार बताई जाती हैं. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम अमेठी में गुड्डा देवी के घर पर भी छापेमारी की कार्रवाई बृहस्पतिवार की सुबह से ही कर रही है. गुड्डा देवी के नाम कई कंपनियां और करोड़ों रुपयों की संपत्ति दर्ज है. गुड्डा के गायत्री के संपर्क में आने और जमीन कारोबार से जुड़ने की कहानी बेहद रोचक है.
जमीन के कारोबार से बनाई अकूत संपत्ति
सामान्य परिवार में पली बढ़ीं गुड्डा देवी गायत्री प्रजापति की करीबी मानी जाी हैं. साल 2012 में गायत्री प्रसाद प्रजापति विधायक बने, इसके बाद ही गुड्डा का नाम चर्चा में आया. गुड्डा देवी पहले दाई का काम करती थीं. इलाके में प्रसव कराने के लिए जानी जाती थीं. लगभग डेढ़ दशक पूर्व गुड्डा देवी गायत्री प्रसाद के संपर्क में आईं. उस समय गायत्री प्रसाद छोटा मोटा व्यवसाय करता था. बाद में गायत्री प्रसाद जमीन के कारोबार से जुड़ गया. बताया जाता है कि गुड्डा देवी के दलित होने का गायत्री ने फायदा उठाया. पहले दलितों की जमीन गुड्डा के नाम खरीदी फिर ऊंचे दामों पर बेचने लगा. जमीन का यह कारोबार गुड्डा और गायत्री, दोनों के लिए फायदेमंद साबित हुआ. दोनों के ही दिन बदल गए.
गायत्री के मंत्री बनते ही बढ़ा रुतबा
इसी दौरान वर्ष 2012 में सपा ने गायत्री प्रसाद प्रजापति को टिकट देकर चुनाव लड़ाया. यहीं से गुड्डा देवी चर्चा में गईं. गायत्री प्रसाद को सपा मुखिया ने कैबिनेट मंत्री बना दिया. अब गुड्डा का रसूख बढ़ता ही गया. इस दौरान गुड्डा देवी के घर पर दरबार सजने लगा. इस वर्ष 2017 में गायत्री प्रसाद प्रजापति गैंगरेप के आरोप में जेल चला गया.कुछ समय बाद आय से अधिक मामले में ईडी ने मामला दर्ज किया तो गुड्डा देवी का नाम भी सामने आया. बताया जाता है कि गुड्डा देवी के पास अमेठी के अलावा लखनऊ, मुंबई और कई अन्य स्थानों पर करोड़ों की संपत्ति है. ईडी की टीम इसकी छानबीन में लगी है.
गुड्डा देवी की मां केवली देवी इस समय बीमार हैं. केवला देवी ने बताया कि कुछ लोग आए और दरवाजा खोलकर अंदर चले गए. बताया कि उनकी बिटिया की तबीयत खराब है. छापे के संबंध में कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि वे लोग क्यों आए हैं ?