चुचैला कलां। जनपद भर में दसवें मोहर्रम के ताजियों का जुलूस निकाले जाने के एक दिन बाद मंडल भर में अपनी ऊंचाई को लेकर प्रसिद्ध कस्बे में बुधवार को 100 फीट ऊंचे ताजिए निकाले गए। ताजियों को देखने को आसपास के शहर व गांवों से भारी संख्या में लोग पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ताजिए बरामद हुए। बाहर से आए कलाकारों ने हैरतंगेज करतब दिखाकर लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया।
कस्बे में ताजिए दोपहर तीन बजे से बरामद हुए। मोहल्ला अंसारियान से शुरू हुआ पहला जुलूस साढ़े तीन बजे मुख्य रोड पर पहुंच कर ठहर गया। जहां पर अजादारों ने मातम किया। दूसरा ताजिया सैफी इमामबाड़े से शुरू होकर रामलीला मैदान, बड़ा बाजार, सोसायटी, चमेली वाली मस्जिद होता हुआ मैन रोड पर पहुंचा। जामा मस्जिद चौराहे पर दोनों ताजियों के जुलूस का मिलाप हुआ। इस दौरान अजादारों ने मातमी धुन बजाकर लोगों को गमगीन कर दिया। ताजिया कमेटी द्वारा ताजिए की ऊंचाई 150 फीट नापी गई।
देररात तक ताजियों का जुलूस तयशुदा मार्गों से होते हुए इमामबाड़े पर पहुंचकर समाप्त हुआ। शांतिपूर्वक जुलूस निकाले जाने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। ताजियों का जुलूस निकाले जाने को लेकर प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। दो प्लाटून पीएसी बल सहित भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा।
इस दौरान थाना प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह , ताजिया अध्यक्ष इरफान अंसारी, चमन सैफी, बाबू अंसारी, हनीफ अंसारी, संजय सागर, नदीम अंसारी, अशरफ अंसारी, फईम सैफी, नसीम अंसारी, अरशद अंसारी, मुमताज अहमद, मंसूर आदि थे।
तीन घण्टे बंद रहा हाइवे
कस्बे में दसवें मोहर्रम का जुलूस निकाले जाने को लेकर दो घण्टे बिजनौर स्टेट हाइवे बंद रहा। तीन बजे से छह बजे तक कस्बे में हाइवे पर मोहर्रम के जुलूस के चलते चार पहिया वाहनों के पहिए थमे रहे। जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई। केवल दो पहिया वाहनों को ही वैकल्पिक मार्गों से गुजारा गया।
मोहर्रम पर लहराया तिरंगा
कस्बे में ताजिए देशभक्ति के रंग में रंगे नजर आए। ताजियों की सबसे ऊपर चोटी पर राष्ट्र ध्वज लहराता नजर आया। जिससे इमाम हुसैन की शहादत के गम के बीच दिलकश नजारा देखने को मिला।