क्या ‘र’ फैक्टर जरूरी है धनौरा में जीत के लिए, क्या है ‘र’ का संयोग जानिए एक्सक्लुसिव खबर !
अमरोहा की धनौरा विधानसभा में अब तक जीत में 'र' का बड़ा फैक्टर रहा है। हालाकिं यह एक संयोग भी है। आजादी से आज तक यहां चुने गए विधायकों के नाम में 'र' शब्द शामिल रहा है। खास बात यह है कि पहले हसनपुर और अब धनौरा विधानसभा है जिनके नाम में भी 'र' शब्द हैं। 2022 में क्या 'र' का इतिहास बदलेगा। यह दस मार्च को पता चलेगा। हालांकि यहां बसपा,भाजपा और गठबंधन प्रत्याशी में सीधी टक्कर होती दिख रही है। जिससे चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ हैं।
UP Election 2022 : आजादी से अब तक हुए चुनावों में धनौरा में ‘र’ शब्द एक बड़ा फैक्टर रहा है। हालांकि इसे संयोग भी कह सकते है। यहां से जीतने वाले विधायकों के नाम में ‘र’ फैक्टर जुड़ा रहा है। खास बात यह है कि विधानसभा के नाम में भी ‘र’ का सम्बंध है। देश की आजादी के बाद से 2017 तक चुने गए विधायकों में धनौरा में कोई भी ऐसा विधायक नही चुना गया जिसके नाम में ‘र’ न हो। अब देखना होगा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में क्या ‘र’ का इतिहास टूटेगा ?
2008 के नए परिसीमन के बाद हसनपुर से अलग होकर धनौरा विधानसभा का गठन हुआ था। इससे पहले धनौरा विधानसभा का यह इलाका हसनपुर विधानसभा में शामिल था। 2012 में हुए चुनाव में सबसे पहले यहां समाजवादी पार्टी से माइकल चंद्रा विधायक चुने गए। इसके बाद 2017 के हुए चुनावों में भाजपा से राजीव तरारा ने धनौरा विधायक के रूप में जीत दर्ज कराई थी। अब 2022 को लेकर भाजपा से दोबारा राजीव तरारा, बसपा से हरपाल सिंह, कांग्रेस से समरपाल सिंह, गठबंधन से विवेक सिंह और एआईएमआईएम से गीता रानी चुनाव मैदान में है।
अमरोहा जिले में 14 फरवरी को मतदान होगा। दस मार्च को चुनाव नतीजे घोषित होंगे। अबकी बार देखना होगा कि पिछले 70 सालों से यहां चुनने वाले विधायकों के लिए बना ‘र’ फैक्टर का इतिहास टूटेगा या नही ! हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि ‘र’ कोई जीत के लिए फैक्टर नही है यह केवल संयोग है अब तक यहां चुने गए विधायकों के नाम में ‘र’ शामिल रहा। गठबंधन नेताओं का कहना है कि जनता प्रत्याशी की छवि और पार्टी को देखकर ही वोट देती है इसलिए यह संयोग मात्र है।
गठबंधन प्रत्याशी को छोड़ सभी के नाम में ‘र’
2022 विधानसभा चुनाव में भी यहां से नामांकन कराने वाले प्रत्याशियों के नाम पर नजर डाले तो गठबंधन के प्रत्याशी को छोड़ कर सभी के नाम में ‘र’ है। गठबंधन प्रत्याशी के रूप में विवेक सिंह चुनाव मैदान में है जबकि भाजपा से राजीव कुमार, बसपा से हरपाल सिंह, कांग्रेस से समरपाल सिंह, एआईएमआईएम से गीता रानी चुनाव लड़ रही है। इन सबके नाम में ‘र’ जुड़ा है। हालांकि विवेक सिंह के पिता का नाम वीर सिंह है।
आजादी से अब तक चुने गए विधायक, सभी के नाम में ‘र’
2022–???????
2017 राजीव तरारा
2012 माइकल चंद्रा
2007 फरहत हसन
2002 देवेंद्र नागपाल
– – – रिफाकत हुसैन
– – – रमाशंकर कौशिक
– – – तुलाराम सैनी
– – – रिफाकत हुसैन
– – – रिफाकत हुसैन
– – – रईसुद्दीन
– – – महेंद्र सिंह
– – – जगदीश प्रसाद
– – – जगदीश प्रसाद