Google ने फिर से की कई कर्मचारियों की छंटनी, भारत में कामकाज पर होगा ये असर
टेक सेक्टर में छंटनी की रफ्तार धीमे होने का नाम ही नहीं ले रही है। ताजा कड़ी में Google ने रीस्ट्रक्चरिंग प्लान का ऐलान किया है जिसके तहत कुछ एंप्लॉयीज की छंटनी हो सकती है। सीएनबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) रूठ पोराट (Ruth Porat) ने एंप्लॉयीज को कंपनी की नई योजनाओं के बारे में एक मेमो भेजा है। रिपोर्ट के मुताबिक इस छंटनी का असर गूगल के फाइनेंस डिवीजन पर दिखेगा। इसका असर दुनिया भर में इसकी टीम पर पड़ेगा। एशिया-प्रशांत, यूरोप और मिडिल ईस्ट के देशों के एंप्लॉयीज पर भी इसकी आंच आएगी। इसके अलावा गूगल की योजना बंगलुरु, डबलिन, मैक्सिको सिटी, अटलांटा और शिकागो में और सेंट्रलाइज्ड हब बनाने की है।
Google के कितने एंप्लॉयीज की होगी छुट्टी?
अपने मेमो में कंपनी की CFO ने लिखा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के चलते टेक सेक्टर बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। उन्होंने आगे लिखा है कि एक कंपनी के तौर पर इसका मतलब है कि उसके पास अपने अरबों यूजर्स के लिए अधिक मददगार प्रोडक्ट्स बनाने और ज्यादा तेज सॉल्यूशंस मुहैया कराने का मौका है। हालांकि इसका एक मतलब यह भी है कि कंपनी को कठोर फैसले लेने होंगे जैसे कि कैसे और कहां अधिक फोकस के साथ काम किया जाए। हालांकि गूगल ने इसका खुलासा नहीं किया है कि कितने एंप्लॉयीज की छुट्टी हो सकती है। अपने नोट में सीएफओ ने कहा कि बदलाव मुश्किल भरा है और एंप्लॉयीज की छंटनी पर कंपनी दुखी है।
Google CEO Sundar Pichai ने पहले ही दे दिया था संकेत
टेक सेक्टर की दिग्गज कंपनियों ने इस साल 2024 में नौकरियों में कटौती जारी रखी है। टेस्ला, ऐप्पल और एमेजॉन जैसी कंपनियों में रीस्ट्रक्चरिंग के चलते वैश्विक स्तर पर हजारों लोगों की छंटनी हुई है। पिछले साल 2023 में भी हजारों एंप्लॉयीज की छंटनी हुई थी और अब यह साल भी एंप्लॉयीज को झटके दे रहा है। हालांकि पिछले साल की तुलना में इसकी स्पीड धीमी हो सकती है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल 2024 में अब तक 58,000 से अधिक टेक एंप्लॉयीज की छंटनी हो चुकी है। इस साल की शुरुआत में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने वर्ष 2024 तक छंटनी जारी रहने की चेतावनी दे दी थी।