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बछरायूं इज्तिमा में आखिरी दिन उमड़ा लोगों का भारी हुजूम, दुआ संग हुआ समापन

बछरायूं कस्बे में रविवार को मुल्क में अमन की दुआ संग दो दिवसीय इज्तिमा का समापन हुआ। इज्तिमा में करीब 25 हजार से ज्यादा लोगों ने शिरकत की। दुआ के समय पंडाल में पैर रखने की जगह नही मिली तो लोगों ने सड़क पर ही बैठकर दुआ मांगी।

Amroha News : मुल्क में आपसी भाईचारा व अमन की दुआ के साथ बछरायूं कस्बे में चल रहे दो दिवसीय तब्लीगी इज्तिमा का रविवार को समापन हो गया। इज्तिमा के समापन पर लोगों का भारी हुजूम उमड़ा। उलेमाओं ने मुसलमानों से कुरआन व नबी के बताए रास्ते पर चलने की ताकीद के साथ मुआशरे में फैली बुराइयों को दूर करने का आह्वान किया।

फिजूल खर्ची से बचें, निकाह आसान बनाए
कस्बे के कुंडा रोड पर चल रहे दो दिवसीय इज्तिमा के आखिरी दिन मुरादाबाद से आए मुफ्ती जफर इकबाल ने शादियों में फिजूल खर्ची पर रोक के साथ ही मुआशरे में फैली बुराइयों को दूर करने व निकाह को आसान बनाने की नसीहत की। उन्होंने कहा कि फिजूल खर्ची से तरक्की नही हो सकती। कौम की तरक्की चाहते हो तो अपने बच्चों को दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम भी दिलाए। गरीबों के साथ अच्छा बर्ताव व हमदर्दी रखें और मजलूम का साथ दे।

पड़ोसियों के साथ करें अच्छा सलूक
मुफ्ती अफ्फान साहब ने कहा कि पड़ोसियों से बेहतर सुलूक करें। बुराईयों से बचते हुए दीनी व दुनियावी तालीम हासिल करें। नमाज व रोजे की पाबंदी करें। दुनियावी तालीम के साथ-साथ दीन की तालीम जरूर हासिल करें।

मरने से पहले करें तैयारी
मुफ्ती अजमल साहब ने कहा कि दुनिया एक ख्वाब की तरह हैं, असल जिंदगी तो मौत के बाद शुरू होती है। मरने से पहले आखिरत की तैयारी कर लें। हर बुरे काम से बचें। किसी की बेईमानी न करें। झूठ व फरेब से बचें। हमेशा हक बात का साथ दें। उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात में जाने से दुनियावी इल्म के साथ साथ दीन की तालीम हासिल होती है। मुसलमानों को अपने ईमान को बचाकर रखने की जरूरत है। नबी ए करीम के बताये गये रास्ते पर चलें। नमाज व रोजे की हर हालत में पाबंदी करें।

सिसकियों के साथ छा गया सन्नाटा
इज्तिमा के आखिर में मुफ्ती अजमल ने मुल्क में अमन व भाईचारा की दुआ के साथ इज्तिमा का समापन किया। मुफ्ती अजमल ने दुआ कराई तो पंडाल में लोगों की आंखे नम हो गईं। सन्नाटे के बीच सिर्फ सिसकियों की आवाज सुनाई देती रही। आखिरी दिन इज्तिमा में बड़ी संख्या में कस्बे के साथ-साथ तहसील क्षेत्र दूसरे कस्बों से भी लोगों ने शिकरत की।

इज्तिमा में ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर चैयरमेन हाजी राहत हसन, नियाजी मंसूर, दिलशाद, मुमताज अहमद, नईम कुरैशी, मो इमरान, जावेद अनवर, नौशाद अंसारी, अफसर वारसी, दिलशाद आलम, हाजी जियाउल कमर, सनान आफंदी, वज्जु चौधरी, फैजान कुरैशी, रिहान कुरैशी, मोअज्जम, शुएब एडवोकेट, हाजी मुजम्मिल हुसैन, नईम ठेकेदार आदि मौजूद रहे।

इज्तिमा में हुए आठ जोड़ो के निकाह
इज्तिमा में आठ जोड़ों के निकाह हुए। मुफ्ती अजमल ने निकाह कराए। निकाह के बाद लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी और बादाम बांटे गए। वहीं इज्तिमा में आए लोगों के लिए चाय व अंडे के साथ खाने के होटल की व्यवस्था की गई।

तब्लीगी दावत को 20 जमातें हुई रवाना
इज्तिमागाह से प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में लोगों को दिनी के दावत देने के लिए 20 जमाते भी रवाना हुई। इसमें चार महीने के लिए पांच जमाते, 40 दिन की 15 जमाते रवाना हुई है। यह जमात लोगों के बीच जाकर उनको अल्लाह व उसके रसूल की बातों पर अमल की ताकीद करेंगी।

 

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