UP News : लापरवाही, यूपी में डीएम एसपी के इंतजार में 15 घंटे पेड़ पर फांसी पर झूलता रहा दलित छात्रा का शव
UP News : यूपी के अमरोहा में प्रशासन की उदासीनता का बड़ा मामला सामने आया है। आला अफसरों की वजह से दलित छात्रा का शव 15 घंटे तक फांसी पर लटका रहा। शुक्रवार की शाम को गांव से 50 मीटर दूरी पर कक्षा 11 में पढ़ने वाली छात्रा का शव शीशम के पेड़ फांसी पर झूलता मिला। परिजन छात्रा की हत्या कर शव पेड़ पर लटकाने का आरोप लगा रहे थे। परिजनों का कहना था कि डीएम और एसपी मौके पर आकर लिखित में उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन दें, तभी शव को नीचे उतरने देंगे।
गांव पहुंचे पुलिस अधिकारी परिजनों से शव नीचे उतारने को लाख मिन्नतें करते रहे लेकिन वें डीएम एसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े थे। रात बीतने के बाद सुबह होने पर भी परिजन नही मानें तो 15 घंटे बाद डीएम बालकृष्ण त्रिपाठी और एसपी पूनम घटनास्थल पर पहुंचे। उनके लिखित में जांच का आश्वासन देने के बाद ही शव नीचे उतारा गया। उधर परिजनों का कहना था कि डीएम एसपी को जिला मुख्यालय से 32 किमी की दूरी तय करने में इसलिए 15 घंटे का समय लगा क्योंकि वह एससी वर्ग से है।
UP News : क्या था मामला
मामला वेस्ट यूपी के अमरोहा जनपद की तहसील मंडी धनौरा के गांव देहरा चक का है। कुंता देवी पत्नी हुकम सिंह जाटव गांव की मौजूदा प्रधान है। कुंता देवी की बेटी शालनी उर्फ निक्की मंडी धनौरा के राष्ट्रीय इंटर कालेज में कक्षा 11 की छात्रा थी। वह हर रोज की तरह शुक्रवार की सुबह भी साइकिल से स्कूल गई। परिजनों के मुताबिक शाम को चार बजे ट्यूशन लेने के बाद ही घर लौटती थी। लेकिन उस दिन वह घर नही लौटी।
UP News : गांव से 50 मीटर की दूरी पर मिला शव
शाम को करीब साढ़े पांच बजे गांव से 50 मीटर की दूरी पर सड़क किनारे छात्रा की साइकिल खड़ी मिली। इसके बाद उसकी तलाश शुरू की तो कुछ दूरी पर ही शीशम के पेड़ पर उसका शव लटका था। सूचना मिलने पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। परिजनों ने डीएम एसपी के मौके पर आए बिना शव नीचे उतारने देने से इंकार कर दिया। इससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
रात भर मिन्नतें करते रहें पुलिस अधिकारी
एएसपी चंद्र प्रकाश शुक्ला मौके पर पहुंचे और शव उतारने देने की परिजनों से गुजारिश की लेकिन बात नही बनी। रात भर पुलिस अधिकारी परिजनों से शव नीचे उतारने के लिए मिन्नतें करते रहे लेकिन वें नही मानें।
UP News : 15 घंटे में तय की डीएम एसपी ने 32 किमी की दूरी
अगले दिन सुबह 8 बजे घटना को 15 घंटे बीतने के बाद डीएम बाल कृष्ण और एसपी पूनम घटनास्थल पर पहुंचे और फांसी पर लटकी छात्रा के परिजनों से बातचीत की। डीएम व एसपी के पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने का लिखित में आश्वासन देने के बाद परिजन शव नीचे उतरने देने को राजी हुए।
10 घंटे जाम से जूझा हाइवे
रात भर मौके पर डटें लोगों का कहना था कि यदि आला अधिकारी घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंच जाते तो शव 15 घंटे तक फांसी पर नही लटका रहता है। साथ ही जाम की नौबत भी नही आती। बता दें कि ग्रामीणों ने डीएम एसपी के मौके पर नही पहुंचने से नाराज होकर चुचैला कलां कस्बे में बिजनौर स्टेट हाइवे जाम कर दिया था। दस घंटे तक हाइवे जाम रखा। जिससे लोगों को तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा।
UP News : जाम की वजह से मौत की भेंट चढ़ गया बिजनौर का डॉक्टर
स्टेट हाइवे पर जाम के चलते स्कूटी सवार बिजनौर के डॉक्टर की रोडवेज की टक्कर से मौके पर ही मौत हो गई। हुआ यूं कि ग्रामीणों ने डीएम एसपी की मांग को लेकर स्टेट हाइवे जाम कर रखा था। बिजनौर निवासी आमिर दिल्ली में डाक्टर था। रात को 12 बजे वह स्कूटी से घर लौट रहा था जैसे वह जाम स्थल के करीब पहुंचा। जाम में फंसी रोडवेज का चालक बस को बेक कर रहा था। जिसकी चपेट में आकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। साथी शादाब गंभीर घायल हो गया। लोगों का कहना था कि जाम की वजह से डॉक्टर की हादसे में जान चलीं गई।
पीड़ित के आंसू पोछने नही पहुंचा कोई नेता
घटना के 15 घंटे तक शव पेड़ पर लटका रहा लेकिन सत्ताधारी पार्टी भाजपा का कोई भी नेता पीड़ित के आंसू पौंछने गांव नही पहुंचा। वहीं क्षेत्रीय भाजपा विधायक राजीव तरारा ने भी वहां आना जरूरी नही समझा। यहीं नही विपक्षी नेताओं ने भी वहां आने से दूरी बनाए रखी।
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