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हादसा नहीं हत्या! हाथरस के सत्संग में अनजान लोगों ने छिड़का जहरीला स्प्रे… AP सिंह का दावा

हाथरस हादसे को लेकर नारायण हरि उर्फ बाबा सूरजपाल के वकील एपी सिंह ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने हाथरस हादसे के पीछे नई थ्योरी बताते हुए कहा है कि नारायण हरि के समागम को बदनाम करने की साजिश हो रही है. अपने समर्थकों के बीच भोले बाबा के तौर पर जाने जाने वाले सूरजपाल के वकील एपी सिंह का कहना है कि कुछ लोगों के पास जहरीले स्प्रे थे, जिस वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई. इसकी वजह से भगदड़ मची और लोगों की मौत हो गई.

वकील एपी सिंह ने कहा कि घटना से पहले और घटना के बाद जो सड़क का सीसीटीवी फुटेज है, उसे सीज कर दिया जाए. इस मामले में एसआईटी की जांच अहम पहलू है. जिन लोगों ने घटना को अंजाम दिया, वो गाड़ियों के जरिए वहां से भाग गए.

साजिश के तहत किया गया जहरीला स्प्रे?

इतना ही नहीं उन्होंने इस घटना के पीछे किसी की साजिश बताया और कहा कि जहरीला और नशीला स्प्रे का इस्तेमाल किया गया. साजिश के चलते स्प्रे का प्रयोग किया गया और लोगों की हत्या की गई. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 12 से 15 लोग स्प्रे लेकर आये थे. कुछ लोगों के पास जहरीला स्प्रे था जिस कारण सांस लेने में लोगों को दिक्कत हुई और मौत हो गई. उन्होंने ये भी कहा कि घटना के पहले और घटना के बाद का जो रोड का सीसीटीवी फुटेज है उसे सीज कर दिया जाए.

हादसे का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

उधर, उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस में एक ‘सत्संग’ में हुई भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया है. भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं. पुलिस ने एफआईआर में मुख्य सेवादार मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया है. इससे पहले, मधुकर के बारे में सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी. पुलिस ने भगदड़ के सिलसिले में छह लोगों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद मधुकर को गिरफ्तार किया. ये सभी छह लोग सत्संग आयोजन समिति के सदस्य थे. भगदड़ दो जुलाई को स्वयंभू संत और उपदेशक नारायण साकार हरि उर्फ ​​’भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान हुई थी.

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