अमरोहाउत्तर प्रदेशराजनीति

amroha Lok Sabha Chunav : अमरोहा लोकसभा सीट, यहाँ कुल इतने फीसदी हुआ मतदान

Amroha Lok Sabha Chunav 2024 : शुक्रवार को अमरोहा लोकसभा सीट 2024 के लिए हुए मतदान में वोटरों ने पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार कम दिलचस्पी दिखाई। 2019 के मुकाबले नौ फीसदी मतदान कम हुआ। पिछली बार 73 फीसदी मतदान के साथ जिला प्रदेश में टॉप पर था लेकिन 2024 के मतदान में 64.58 फीसदी मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

अमरोहा लोकसभा सीट पर शुक्रवार को दूसरे चरण में मतदान हुआ। यहां पर भाजपा से कंवर सिंह तंवर, गठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी दानिश अली और बसपा से मुजाहिद अली मैदान में थे। मतदान के आए आंकड़ों के बाद यहां कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। शुरुआत से मुकाबले में बने बसपा प्रत्याशी जैसे जैसे चुनाव करीब आता गया फाइट से बाहर हो गए।

Amroha Lok Sabha Chunav 2024
Amroha Lok Sabha Chunav

अमरोहा लोकसभा सीट पर कुल 17,16646 मतदाता है। जिनमें 1108652 मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिससे 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले अमरोहा में इस बार 9 फीसदी मतदान कम हुआ। कम मतदान के पीछे वोटरों में कम उत्साह और गर्मी की अधिक तपिश माना जा रहा है। पिछली बार जिले के मतदाताओं ने उत्साह दिखाते हुए जमकर मतदान किया था। जिससे जिला प्रदेश में अव्वल रहा था।

विधानसभावार अमरोहा लोकसभा सीट का मतदान

विधानसभा कुल वोट पड़े प्रतिशत
39 धनौरा 278,732 62.72
40 नौगावां सादात 225,716 68.11
41 अमरोहा 213,107 68.21
42 हसनपुर 241,262 65.04
60 गढ़मुक्तेश्वर 209,832 59.42

लोकसभा में कुल पड़े वोट: 1,108,652
लोकसभा में प्रतिशत मतदान : 64.58

2019 में विधानसभावार मतदान

विधानसभा का नाम मतदान प्रतिशत
धनौरा 70.19
नौगावां सादात 75.47
अमरोहा 69.39
हसनपुर 71.45

 

2019 में बसपा ने दर्ज की थी जीत
2019 के लोकसभा चुनाव में अमरोहा लोकसभा से बसपा के दानिश अली ने जीत दर्ज की थी। तब यहां दलित और मुस्लिमों ने मिलकर बसपा को वोट किया था और बसपा का सपा के साथ गठबंधन था। दानिश अली ने छह लाख वोट लेकर भाजपा के कंवर सिंह तंवर को 63 हजार वोटों से हराया था। लेकिन इस बार दानिश अली दल बदलकर सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में मैदान में थे। जबकि बसपा ने यहां डासना के मुजाहिद अली को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि इस बार दानिश की जीत आसान नही है। इस बार भाजपा से कड़ा मुकाबला है।

Related Articles

Back to top button