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Shab-e-Brat : चुचैला कलां में शब-ए-बरात पर मुनअक़िद होगा दीनी जलसा

Shab-e-Brat: शब-ए-बरात रविवार 25 फरवरी को मनाई जाएगी। शब-ए-बरात पर चुचैला कलां में ईदगाह रोड स्थित मदरसा जामिया मिस्बाह उल उलूम में एक दिवसीय जलसा मुनअक़िद होगा। जिसमें उलेमा खिताब करेंगे।

CNB News Chuchaila Kalan : शब-ए-बरात रविवार 25 फरवरी को मनाई जाएगी। शब-ए-बरात पर चुचैला कलां कस्बे में ईशा की नमाज के बाद ईदगाह रोड स्थित मदरसा जामिया मिस्बाह उल उलूम में एक दिवसीय जलसा मुनअक़िद होगा। जलसे को उलेमाएं दीन खिताब करेंगे। मौलाना वकील अहमद ने बताया कि जलसे का आगाज ईशा की नमाज के बाद शुरू होगा।

गुनाहों की माफी की रात
शब-ए-बरात गुनाहों से निजात की रात है। सच्चे दिल से तौबा करने वालों को उसका रब माफ कर देता है। शनिवार को मुस्लिम समाज शब ए बरात का त्योहार मनाएंगे। जिसको लेकर मुस्लिम समाज के लोग मस्जिदों व कब्रिस्तानों में साफ सफाई को जुटें है। इस दिन मुस्लिम समाज अपने मरहूमों की मगफिरत की दुआएं करने के साथ पूरी रात इबादत व दुआ करते है।

आतिशबाजी से बचें, गुनाहों से करें तौबा
मुफ्ती तैयब अहमद कासमी कहते है कि शब-ए-बरात की बड़ी फजीलत है। इस रात को हर मुसलमान को चाहिए कि वह ज्यादा से ज्यादा इबादत करे ताकि उसके गुनाहों की माफी हो सके। आतिशबाजी करना एक बड़ा गुनाह है। उन्होंने लोंगो से कहा कि आतिशबाजी से बचें। और इबादत में मशगूल रहे, ताकि हमारा गुनाहों की माफी हो सके।

गुनाहों से हो सकते है बरी
Shab-e-brat शब का अर्थ है रात और बरात यानी बरी होना। जिसका मतलब है इस रात को मोमिन बंदा इबादत के जरिए अपने गुनाहों से बरी हो जाता है यानी अल्लाह ताला उसके गुनाह माफ कर देते है।
इस आधार पर शब-ए-बारात गुनाहों की माफी मांगने और अल्लाह की इबादत कर अपने गुनाहों को दूर करने की रात है।

सच्चे दिल से मांगी दुआ होती कबूल
हर एक साल के बाद शाबान महीने की 14 तारीख को सूर्यास्त के बाद शब-ए-बारात की रात शुरू होती है। इस रात दुनिया को छोड़कर जा चुके अपने अजीजों की कब्रों पर परिवार के लोग जाते है और दुआ मांगते है। सच्चे दिल से माफी मांगने और दुआ करने वाले लोगों के लिए अल्लाह जन्नत का दरवाजा खोलते हैं।

 

 

 

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