IPL 2024: गर्मी का मौसम अभी ठीक से आया भी नहीं है और फरवरी के महीने से ही हाईटेक शहर बेंगलुरु जलसंकट से जूझने लगा है. यहां आलम ये है कि मुख्यमंत्री आवास में भी पानी की किल्लत की बात सामने आ चुकी है. लाखों लोग बूंद-बूंद पानी के मोतहाज हैं. मगर इन सबके बीच इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) की टेंशन बढ़ गई है.
दरअसल, BCCI ने आईपीएल 2024 सीजन के शुरुआती 21 मैचों का शेड्यूल जारी किया है. इस दौरान 3 मुकाबले बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने हैं. पहला मुकाबला यहां 25 मार्च को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और पंजाब किंग्स (PBKS) के बीच खेला जाएगा.
शुरुआती तीनों मैचों पर पड़ सकता है असर?
मगर इससे पहले ही यहां शहर में छाए जल संकट के कारण मैच होना मुश्किल नजर आ रहा है. इसी बीच यहां के मुकाबलों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग उठने लगी है. इसी बीच KSCA ने यह साफ कर दिया है कि जल संकट का असर IPL के शुरुआती तीनों मैचों पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि स्टेडियम के सीवेज संयंत्र का पानी मैदान के आउटफील्ड और पिच के लिए उपयोग किया जाएगा.
KSCA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुभेंदु घोष ने कहा, ‘फिलहाल हम किसी संकट का सामना नहीं कर रहे हैं. हमें पानी के इस्तेमाल को लेकर राज्य सरकार से जानकारी मिली है. हम दिशानिर्देशों का पालन करने के बारे में लगातार मीटिंग कर रहे हैं.’
STP संयंत्र से पानी का इस्तेमाल होगा
दूसरी ओर बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) ने एक नोटिस जारी किया था, जिसमें बागवानी या वाहन धोने जैसे किसी अन्य उद्देश्य के लिए पीने योग्य पानी के उपयोग पर रोक लगा दी गई थी. मगर घोष का मानना है कि उनके लिए सीवेज संयंत्र का पानी इस्तेमाल करेंगे, जो अभी पर्याप्त है.
उन्होंने कहा, ‘हम पहले से ही STP संयंत्र से पानी का इस्तेमाल आउटफील्ड, पिच और बाकी कामों में कर रहे हैं. मैच के लिए हमें 10 से 15 हजार लीटर पानी की आवश्यकता हो सकती है. मगर हमें यकीन है कि इसे STP संयंत्र से पूरी कर लेंगे. इसके लिए भूजल का उपयोग नहीं करना होगा.’