लोकसभा चुनाव: हेमा मालिनी, अरुण गोविल सहित UP के 91 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद, 54.83 फीसदी हुई वोटिंग
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीट पर 54.83 प्रतिशत मतदान हुआ. निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी. शाम छह बजे के बाद भी कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतारें देखी गयी थीं.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिनवा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हुआ, जो शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. उन्होंने बताया कि अंतिम परिणाम बाद में घोषित किया जायेगा.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में द्वितीय चरण के मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बनाये रखे जाने के उद्देश्य से प्रभावी पर्यवेक्षण हेतु कुल 8852 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की गई, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया गया. उनके अनुसार इसके अतिरिक्त 967 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की गई.
उन्होंने बताया कि 469 वीवीपैट बदले गये एवं मतदान प्रारम्भ होने के पश्चात सायं पांच बजे तक कुल 48 बैलेट यूनिट, 48 कन्ट्रोल यूनिट एवं 208 वीवीपैट बदले गये. उनका कहना था कि द्वितीय चरण का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ एवं किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है.
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा सीट पर मतदान हुआ. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, अलीगढ़ में 56.62 प्रतिशत, अमरोहा में 64.02 फीसद, बागपत में 55.97 फीसद, बुलंदशहर में 55.79 फीसद, गौतमबुद्धनगर में 53.06 फीसद, गाजियाबाद में 49.65 फीसद, मथुरा में 49.29 फीसद और मेरठ में 58.70 फीसद मतदान हुआ है.
रिनवा ने बताया कि दूसरे चरण के आठ लोकसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव मैदान में 91 प्रत्याशी थे, जिनमें 81 पुरुष तथा 10 महिलाएं थीं. उन्होंने बताया कि संख्या की दृष्टि से सबसे अधिक मतदाता गाजियाबाद (29 लाख, 45 हजार 487) में तथा सबसे कम मतदाता बागपत (16 लाख 53 हजार 146) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हैं.
दूसरे चरण के लोकसभा चुनाव के प्रमुख उम्मीदवारों में ‘‘रामायण” धारावाहिक में भगवान राम की भूमिका निभा चुके भाजपा के अरुण गोविल (मेरठ), अभिनेत्री हेमा मालिनी (मथुरा), पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा (गौतमबुद्ध नगर) और अतुल गर्ग (गाजियाबाद) शामिल हैं.
इनके अलावा इनमें कांग्रेस के दानिश अली (अमरोहा), राष्ट्रीय लोक दल के राजकुमार सांगवान (बागपत) और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार एवं पूर्व सांसद बिजेन्द्र सिंह (अलीगढ़) भी शामिल हैं.
इन सीट पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग), विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला होने की उम्मीद है.
मथुरा में भाजपा उम्मीदवार हेमा मालिनी ने पत्रकारों से कहा ”मोदी जी, योगी जी और अमित शाह जी, इन तीनों ने देश के लिए बहुत अच्छा कार्य किया है. वे हमारे साथ हैं और हम जीत रहे हैं, कोई समस्या नहीं है.”
उन्होंने कहा, ‘अगर विपक्षी पार्टी के उम्मीदवारों ने मथुरा के लिए थोड़ा भी काम किया होता तो मैं मथुरा से सांसद नहीं होती.’
रालोद प्रमुख एवं सांसद जयंत चौधरी ने अपनी पत्नी चारू चौधरी के साथ मथुरा में एक मतदान केंद्र पर वोट डाला.
जयंत चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘लोग पिछले दस वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों से प्रभावित हैं और यही कारण है कि भाजपा को बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है.’
मथुरा में करीब एक दर्जन गांवों के मतदाताओं ने अपनी बुनियादी समस्याओं के प्रति जनप्रतिनिधियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए मतदान का बहिष्कार किया लेकिन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के आश्वासन के बाद अधिकांश जगह मतदान शुरू हो गया.
जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने कहा, ‘ग्रामीणों को लोकसभा चुनाव में इस आश्वासन के साथ वोट डालने के लिए राजी किया जा रहा है कि उनकी समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी.’
मथुरा जिले के माट विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक राजेश चौधरी ने कहा, “माट विधानसभा क्षेत्र में मतदान का बहिष्कार करने वाले आठ गांवों में से सात में मतदान शुरू हो गया है.”
इरौली जुन्नारदार गांव में शाम करीब चार बजे तक बहिष्कार जारी रहा.
कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने ग्रामीणों को उनकी समस्या पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि छाता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले देवपुरा गांव में मतदान फिर से शुरू हो गया है.
उप जिलाधिकारी (एसडीएम) गोवर्धन नीलम श्रीवास्तव ने दावा किया कि कन्हई और बंदपुरा गांवों में करीब चार-पांच घंटे तक बहिष्कार किया गया लेकिन मतदान प्रशासन के समझाने के बाद फिर से शुरू हुआ.
भाजपा के राज्यसभा सदस्य चौ. तेजवीर सिंह ने बताया कि गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र के मुखराई गांव के लोगों का कहना था कि दस वर्षों से कई बार मांग किए जाने के बाद भी उन्हें अभी तक गोवर्धन तहसील में नहीं जोड़ा गया है, जबकि गोवर्धन का तहसील भवन उनके ही खेतों की भूमि पर बनाया जा रहा है.
चौधरी तेजवीर सिंह ने उन्हें आश्वासन देकर मनाया. फिर भी गांव में केवल 105 लोगों द्वारा ही मताधिकार का प्रयोग किए जाने की सूचना मिली है.
बुलंदशहर के पहासू विकास क्षेत्र के छोटाबास गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में पूर्वाह्न लगभग 11 बजे तक मतदान शुरू नहीं हो सका था. लेकिन मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद मतदान शुरू हो गया.
कारपुर की उप जिलाधिकारी प्रियंका गोयल ने बताया कि गांव वालों की शिकायत के निस्तारण का आश्वासन देने के बाद वे मतदान के लिए तैयार हो गये.
पहासू कस्बे के एक इंटर कॉलेज में बनाए गए बूथ पर युवती ने शादी के जोड़े में वोट डाला. पहासू से अपनी ससुराल जाने से पहले दीप्ति शर्मा ने मतदान किया.
गाजियाबाद में केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह ने सुबह वोट डाला. गाजियाबाद के मौजूदा भाजपा सांसद सिंह ने इस बार चुनाव न लड़ने की घोषणा की थी और उनकी जगह पार्टी ने राज्य सरकार के पूर्व मंत्री अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया है.
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा ‘‘मोदी जी ने 400 पार का लक्ष्य दिया है और मुझे भरोसा है कि यह लक्ष्य पूरा होगा.”
गाजियाबाद की कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि उन्हें गाजियाबाद की जनता का बहुत अच्छा समर्थन मिल रहा है और वह भारी बहुमत से चुनाव जीतेंगी.
अलीगढ़ में मतदान करने के बाद सपा प्रत्याशी बिजेन्द्र सिंह ने पत्रकारों से कहा ”देश संविधान से चलता है, भावनाओं से नहीं. आज देश में जो मतदान हो रहा है वह संविधान और सच को बचाने के लिए हो रहा है. इसलिए मुझे भरोसा है कि इस बार भाजपा हारेगी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ जीतेगा.”
लोकसभा चुनाव 2024
अमरोहा में कांग्रेस उम्मीदवार सांसद दानिश अली ने दावा किया कि चुनाव में एकतरफा माहौल है और भाजपा बहुत पीछे रहेगी.
अमरोहा में भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया .
मेरठ में वोट डालने के लिए सुबह से ही मतदान केंद्रों पर महिलाओं समेत मतदाताओं की कतारें लगी रहीं. उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस विभिन्न हिस्सों में कड़ी निगरानी रख रहे हैं.
बागपत में वरिष्ठ मतदाता अपने परिवार के सदस्यों और सुरक्षा कर्मियों की मदद से मतदान करते दिखे और कई लोग अपने मताधिकार का उपयोग करने के बाद कैमरे के सामने उत्साहपूर्वक तस्वीरें खिंचवाते दिखे.