बिजनौर जिले में जाम से मिलेगी निजात, बनेंगे 6 रेलवे फाटकों पर ROB ब्रिज
बिजनौर जिले में 6 आरओबी बनने से यहां की जनता को जाम के झाम से बड़ी निजात मिलेगी। कई शहरों में रेलवे फाटक बंद रहने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब जिले के बिजनौर, धामपुर, स्योहारा, नगीना चांदपुर में आरओबी बनेंगी। जिससे लोगों को खासा फायदा मिलेगा।
CNB News Bijnor : बिजनौर जिले के लोगो के लिए अच्छी खबर है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही जिले के अलग अलग शहरों में रेलवे फाटकों पर लगने वाले जाम से निजात मिलने वाली है। जिसको लेकर कवायद शुरू की जा रही है। जिले में 6 रेलवे फाटकों पर आरओबी बनाने का रास्ता साफ हो गया। सिर्फ टेंडर जारी होने की देर है। टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जिससे जिले ही नही यहां से गुजरने वाले बाहर के लोंगो को भी खासा फायदा पहुंचेगा
जिले में छह रेलवे फाटकों पर आरओबी बनाया जाना प्रस्तावित है। इसे लेकर रेलवे बोर्ड के तहत गति शक्ति विभाग ने पुल बनाने के लिए सर्वे कर लिया है। बिजनौर में एक, नगीना में एक, धामपुर में एक, स्योहारा में एक, चांदपुर में दो आरओबी(Ralve Over Bridge) बनाए जाएंगे। आरओबी बनाने के लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं होने से अभी आरओबी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। नगीना में रेलवे फाटक पर सबसे लंबा 940 मीटर आरओबी बनाया जाएगा। आरओबी बनने के बाद लोगों को काफी फायदा मिलेगा।
जिन रेलवे फाटकों पर आरओबी बनाया जाना है, सर्वे के बाद उनकी लंबाई निर्धारित कर ली गई है। बिजनौर में फाटक पर आरओबी की लंबाई 569 मीटर, नगीना में रेलवे फाटक पर आरओबी की लंबाई 940 मीटर रहेगी। धामपुर में आरओबी की लंबाई 554 मीटर, स्योहारा में आरओबी की लंबाई 529 मीटर है। चांदपुर में गजरौला की तरफ वाले फाटक पर आरओबी की लंबाई 712 मीटर और बिजनौर की तरफ वाले फाटक पर 595 मीटर आरओबी बनाया जाएगा।
नगीना में रेल लाइन का मुख्य ट्रैक है, जिस पर अधिक ट्रेनों का संचालन किया जाता है। इस वजह से नगीना में फाटक 24 घंटे में 100 से अधिक बार बंद होता है। इस दौरान लंबा जाम लगने से लोगों को काफी परेशानी होती है। जबकि बिजनौर में फाटक 12 बंद होता है। यहां आरओबी बनने से राहगीरों को फायदा होगा।
जिले में स्योहारा में लोगों को सबसे ज्यादा रेलवे फाटक बंद रहने पर जाम से जूझना पड़ता है। दिन में अधिकतर यहां फाटक रहने से लंबा जाम लग जाता है। इस फाटक से अधिकांश मालगाड़ी के गुजरने से फाटक बंद ही रहता है। जिससे लोगो को जाम के झाम से जूझना पड़ता है। यहां आरओबी बनने से लोगों को जाम से निजात मिलेगी।