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राजभर समेत RLD के दो विधायक भी बनेंगे मंत्री, मंगलवार को होगा मंत्रिमंडल विस्तार

UP News : योगी कैबिनेट 2.0 का पहला विस्तार 5 मार्च की शाम 5 बजे होगा। राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के साथ गठबंधन होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में 5 नए मंत्री शामिल होंगे। बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की थी। BJP सोर्स के मुताबिक, इस मंत्रिमंडल विस्तार में 2 कैबिनेट मंत्री, 2 राज्यमंत्री और एक स्वतंत्र प्रभार मंत्री को शामिल किया जा सकता है।

25 मार्च 2022 को योगी सरकार 2.0 का शपथ ग्रहण हुआ था। योगी कैबिनेट में कुल 52 मंत्री हैं। इसमें कैबिनेट मंत्री 18, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) 14 और 20 राज्यमंत्री हैं। 8 मंत्रियों की जगह अभी खाली है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पांच और नए मंत्री बनाए जाने की उम्मीद है।

RLD से बालियान और अशरफ को मौका
रालोद से गठबंधन होने के बाद रालोद कोटे राजपाल बालियान और अशरफ अली को मंत्री बनाया जा सकता है। पूर्वांचल का समीकरण साधते हुए ओपी राजभर और दारा सिंह को भी कैबिनेट में शामिल किया जा रहा है।

आजम को जेल भेजने वाले आकाश सक्सेना भी बनेंगे मंत्री
पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 5 बड़े चेहरों को शामिल किया जा रहा है। सपा के दिग्गज नेता आजम खान को जेल तक पहुंचाने में भूमिका अदा करने वाले आकाश सक्सेना कैबिनेट का हिस्सा होंगे। एक वक्त था, रामपुर की सियासत सपा नेता आजम खान के आस-पास ही चलती थी। उनके खिलाफ लंबी लड़ाई के बाद जेल तक पहुंचाने वाले आकाश सक्सेना मौजूदा वक्त में रामपुर से विधायक हैं। जनवरी 2018 में आजम के बेटे के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले से शुरू हुई यह लड़ाई अब आजम की विधायकी गंवाने तक पहुंच चुकी है। आकाश ने 2022 के विधानसभा चुनाव में आजम को मात दी।

मुस्लिमों को साधना अहम मकसद

मुस्लिम-किसान वोटर्स के बीच अशरफ अली की अच्छी पकड़ है। रालोद (RLD) के कोटे से जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती हैं, उसमें अशरफ अली का नाम भी शामिल है। थानाभवन से अशरफ अली रालोद के विधायक हैं। हाल में राज्यसभा चुनाव के दौरान वह क्रॉस वोटिंग में शामिल होने वाले विधायकों में वह भी शामिल थे। 28 मार्च 2022 को रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अशरफ अली को विधानमंडल दल का उप सचेतक चुना था। पश्चिम की राजनीति में अशरफ अली का दबदबा माना जाता है। वह किसानों के साथ अल्पसंख्यक वोटर्स के बीच भी चर्चित चेहरा है। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें कैबिनेट में शामिल किया जा रहा है। दरअसल पश्चिम में मुस्लिम वोट के साथ बीजेपी को किसानों का भी साथ चाहिए।

 

बालियान की किसान वोट पर अच्छी पकड़

रालोद (RLD) के साथ गठबंधन होने के बाद राजपाल बालियान का कैबिनेट में शामिल होना तय माना जा रहा है। वह मुजफ्फरनगर के गांव गढ़ी नौआबाद के रहने वाले हैं। मौजूदा वक्त में बढ़ाना सीट से रालोद के विधायक हैं। राजपाल बालियान 1996 में भारतीय किसान कामगार पार्टी से खतौली विधानसभा चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने। खतौली विधानसभा से 2002 के चुनाव में बालियान ने सपा के प्रमोद त्यागी को लगभग 28 हजार वोटों से हराया था। 2012 के विधानसभा चुनाव में राजपाल बालियान को सपा के नवाजिश आलम से हार का सामना करना पड़ा। 2022 विधानसभा चुनाव में राजपाल बालियान ने बीजेपी के उमेश मलिक को शिकस्त दी थी। जाट वोट में उनका वर्चस्व माना जाता है।

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